दौरान विवाद का प्राथमिक दूरभाष होता है। यह विकास में घुसपैठ लाता और प्रगति को रोकता है। कभी-कभी
संशय का सामना व्यक्ति महसूस करता है और यह बार-बार पेश आता है।
भोपाल में बढ़ रही है दहशत
भोपाल शहर आजकल एक नयी दहशत से घिर गया है। राज्य लोगों का कहना है कि सड़कों पर लगातार उपद्रव हो रही हैं।
यह अनियमित बढ़ता हुआ विस्फोट लोगों को डरा कर रहा है।
दैनिक जीवन में हुआ है, और लोग अपनी सुरक्षा के लिए डरते हुए हैं।
राजधानी की गली मोड़ों पर खतरा
जैसे जैसे नगर का विस्तार हो रहा है, वैसे ही इसकी गली मोडें पर मौजूद खतरों का भी बढ़ना दिखाई दे रहा click here है। लोगों में अशांति से घेर लिया जा रहा है। हर दिन बड़ी संख्या में घटनाएं होती हैं जो इस बात पर प्रकाश डालती हैं कि हमारी शहर की सुरक्षा कितनी कमजोर हो गई है।
- शहर के बाहर
- अपराध
- पुलिस
यह जरूरी है कि सरकार तत्काल कदम उठाएं और इस समस्या का समाधान करें। नागरिकों को अपनी सुरक्षा के लिए जागरूक रहने की जरूरत है और सुरक्षा उपाय
नगर निवासियों का योगदान
शहर के नागरिकों/लोगों/निवासियों का असर/प्रभाव/योगदान शहर पर बहुत जरूरी/महत्वपूर्ण/सकारात्मक होता है। उनका/वह/वे शहर/नगर/क्षेत्र को विकासित/सुधारित/बढ़ावा देते हैं और नए/विभिन्न/अलग-अलग अवसर प्रदान करते हैं। उनकी/इसके/इसे दृष्टिकोण/राय/सोच शहर की पहचान/प्रकृति/व्यवस्था को निर्धारित/परिवर्तित/बदलता है।
शहर के नागरिकों का भूमिका/योगदान/भाग
महत्वपूर्ण/जरूरी/क्रांतिकारी होता है ।
जानलेवा अपराधों का प्रकोप
यह भारत के लिए एक बहुत बड़ी खतरा है। हाल ही में, इन अपराधों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। यह आम जनता को डर में डाल रहा है और शांति के लिए खतरा पैदा कर रहा है। हमें इन वारदातों से निपटने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।
इस खतरा का समाधान सभी हितधारकों को करना होगा। हमें सुरक्षा बढ़ाना चाहिए और लोगों को सशक्त बनाना चाहिए ताकि वे अपने समुदाय की रक्षा कर सकें।
अपराधियों को जल्दी गिरफ्तार करो
सड़कों पर भटकने वाले चालाक अपराधी, लोगों को हानि पहुँचाते हैं. यह अनुपयुक्त समस्या बन चुकी है। आर्थिक जीवन पर इसका नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहा है। हमें इन निरंकुश लोगों को जल्दी से पकड़ना होगा और उन्हें न्याय का पात्र बनाना होगा । अपराधों पर लगाम लगाने के लिए हमें एक मजबूत प्रणाली की आवश्यकता है।